मसूरी:- मिशन 800करोड़ के माध्यम से हैप्पीनेस की गारंटी को लेकर फरवरी 2024 से देशभर की यात्रा कर रहे बाबा मास्टर जी ने मसूरी में भी अपनी वाणी से आध्यात्मिक प्रवचन के माध्यम से लोगों की अंर्तदृष्टि बदलने के संकल्प के साथ कार्य कर रहे हैं।
बाबा मास्टरजी जीवन के वास्तविक उददेश्य को समझने के लिए वर्ष 2007 में मसूरी आये व यहां से ज्ञान प्राप्त किया व एक बार फिर मसूरी आकर मिशन 800 करोड, को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने व इस मिशन को पूरे विश्व में पहुचाने के संकल्प के साथ प्रवचन कर रहे हैं। उन्होंने समाज में आने वाली समस्याओं जिसमें विशेषकर युवाओं में मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, नींद संबंधी विकार, आत्मघाती विचार, मादक द्रव्यों के सेवन आदि पर चर्चा की। मसूरी पहुंचे बाबा मास्टर जी ने पत्रकारों से बाचतीत में कहा कि बिना ज्ञान के कुछ नहीं है ज्ञान से ही सबकुछ पाया जा सकता है उसे घर छोडने की जरूरत नहीं है केवल अंहकार छोड़ना है। मनुष्य के शरीर का बाल से लेकर नाखून तक अपना नहीं है दिमाग भी अपना नहीं है, जन्म मां के गर्भ से हुआ, भाग्य की चिप अंदर लेकर आया, मानव जीवन में जो कुछ करना चाहता है वह सब रिकार्ड हो रहा है, जो शरीर दिया गया है उसका सदुपयोग कर व अपने घर जा। जो भी महापुरूष हुए है, महावीर, जीजस, मुहम्मद, कबीर, आदि ने भी हमारे तरह ही जन्म लिया था व मानव को अपनी वाणी से समझाया कि जीवन को गंवाओ नहीं बल्कि आध्यात्म की ओर जाकर उसे पाने का प्रयास करो व मुक्ति का द्वार खोलो। उन्होंने कहा कि वह मसूरी आते रहते है यहां जो आता है वह मौज मस्ती व भोग के लिए आता है जबकि यहां योग भी होता है, यहंा से ज्ञान भी प्राप्त होता है, और उन्हें भी यहंी से ज्ञान प्राप्त हुआ जिसका प्रसाद वह पूरे देश व देश की बड़ी संस्थाओं में प्रसाद के रूप में दे रहे है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन एक अभिनय है जिसे जो रोल मिला वह कर रहा है लेकिन अगर आध्यात्म की ओर जायेंगे तो सभी रोगों से मुक्ति मिलेगी व जीवन में खुशियां आयेगी।

