मसूरी:-रस्किन बॉड फाउंडेशन ने भारतीय संविधान दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व करने वालों के माध्यम से प्रश्नोत्तरी की गयी जिससे आम जनता को संविधान के बारे में जानकारी मिल सके व देश के प्र्रति अपने अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में जान सकें व उस पर अमल कर सकें।
कार्यशाला का उदघाटन एसडीएम राहुल आंनद, अधिवक्ता आर्यनदेव उनियाल, विदूषि उनियाल, इंद्राणी पांधी, व सिद्धार्थ बॉड ने किया। इस मौके पर कार्यशाला में सर्व प्रथम एसडीएम राहुल आनंद के साथ मसूरी की विकराल होती समस्याओं खास कर अवैध निर्माण सहित अन्य विषयों पर सवाल पूछे गये जिसमें उन्होंने बताया कि मसूरी में आज ही तीन अवैध निर्माण सील किए गये है और स्पष्ठ कहा कि वह लगातार हर क्षेत्र में जाकर निरीक्षण कर रहे है व जो अवैध निर्माण हो रहे है उनपर कार्रवाई की जा रही है व लगातार कार्रवाई की जाती रहेगी। उन्होंने स्पष्ठ कहा कि सभी पर समान कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्माणों को रोकने जिसमें बाहरी लोग स्थानीय लोगों के साथ मिलकर कार्य कर रहे है उनके खिलाफ टीम गठित कर कार्रवाई की जायेगी तथा अवैंध निर्माण पूरी तरह बंद करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने संविधान दिवस की सभी को बधाई दी व कहा कि संविधान को समझे ,जाने व उसके सरंक्षण का प्रयास करें। उन्होंने रस्किन बॉड फाउंडेशन को बधाई दी कि उन्होंने इस पर कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर गोपाल भारद्वाज ने कहा कि मसूरी जागरूक शहर है जहां इस तरह की गोष्ठियां होती है। उन्होंने कहाकि देश को आजाद करने के बाद संविधान बनाने के लिए 28 कमेटियां बनायी गयी थी व उसके अध्यक्ष डा. भीमराव अंबेडकर थे, इस समिति के कई सदस्य मसूरी आये जिसमे अंबेडकर भी थे। कन्हैया लाल मुन्शी भी आये। 27 माह में यह पूरा हुआ था। इस मौके पर निधि बहुगुणा ने कहाकि वह जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर वह दिन था जिसमें गोपाला स्वामी अयंगर ने ड्राफट 304लाकर पीछे के रस्ते से 370 को शामिल किया था। उन्होंने कहा कि अगर सामान्य सिटीजन को असली शक्ति चाहिए तो संविधान के डिबेड पढने चाहिए, उसकी गाइड लाइन पढे। हर सिटीजन संविधान एसेबली डिटेल पढे व सिक्स सिडयूल को कौन लाया था वह अंग्रेज अपने हित के लिए लाये थे अब उसका क्या संदर्भ है, सभी को इसे पढना चाहिए व जो भी एमेडमेंट हो उसकी पूरी हिस्ट्री पढे। इस मौके पर विदूषि निशंक उनियाल ने कहाकि संविधान दिवस मना रहे हैं और हम वंदे मातरम के 150 साल भी मना रहे हैं। संविधान हमारा डायनेमेटिक है व इस पर गर्व महसूस करें जिससे युवा पीढी उसके साथ चले। इस मौके पर अधिवक्ता आर्यनदेव उनियाल ने कहाकि हमारे संविधान के मुख्य संयोजक डा. बीआर अंबेडकर थे हमारा संविधान सर्वोच्च है, इस संवाद कार्यक्रम से जनता को जानकारी मिलेगी। देखना है कि हम इस दिशा में कितना आगे बढ रहेहैजो सोच थी उस पर खरे उतर रहे हैं या नही इसी पर चर्चा की गयी। इस मौके पर रस्किन बॉउ फाउंडेशन के अध्यक्ष सिद्धार्थ बॉड ने कहाकि फाउंडेशन हिमालयी दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति कार्य कर रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक संसाधनों से शिक्षा दी जा सके। इसी कडी में संविधान दिवस पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों को जानकारों से प्रश्न पूछे गये कि आखिर देश के संविधान के अनुसार देश चल रहा है या जो दायित्व दिए गये है उनका पालन हो रहा है व कर्तव्यों के प्रति हम कितने जागरूक है। कार्यक्रम का संचालन निमाकांत व स्पर्शी ने किया। इस मौके पर इंद्राणी पांधी, रचना पांधी, राहुल पांधी अनीता सक्सेना, ममता भाटिया, रचना शर्मा, तनु उेिनयाल, पूरण जुयाल, राजीव अग्रवाल, रजत अग्रवाल, जगजीत कुकरेजा, सभासद विशाल खरोला, पुष्पा पडियार, आदि मौजूद रहे।

