मसूरी:-विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटन विभाग की ओर से गढवाल टैरेस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी में पर्यटन को बढावा देने व आपदा से राहत देने पर चर्चा की गयी।
गढवाल टैरेस पर विश्व पर्यटन दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने पूरे प्रदेश, देश व शहर वासियों को पर्यटन दिवस की बधाई दी व कहा कि मसूरी की आजीविका पर्यटन पर आधारित है लेकिन आपदा के कारण पर्यटक नहीं आ पा रहे है लेकिन प्रदेश सरकार, मंत्री गणेश जोशी के प्रयासों से आपदा से क्षतिग्रस्त मार्ग को खोला गया वह सराहनीय कार्य रहा। उन्होंने कहा कि मसूरी हो या उत्तराखड जहां भी आपदा आयी है उसके जिम्मेदार कहीं न कहीं हम है और इस पर गहन मंथन करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचा जा सके, नालों खालों को कब्जा करने से रोका जाय। इस मौके पर उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि विश्व भर में पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन आज के परिपेक्ष में पर्यटकों के आतिथ्य में बदलाव की जरूरत है, वहीं पहाड़ों पर हो रहे नुकसान पर हमें सोचना है पर्यावरण को बचाना है व लोगों की आजीविका को देखना है ऐसे में कोई हल निकाला जाना चाहिए। इस मौके पर जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे ने कहा कि मसूरी के होटलियर्स, होम स्टे व पर्यटन से जुडे लोगों के बीच गोष्ठी रखी गयी है ताकि वे अपनी बात रख सके। उन्होंने कहा कि आपदा से बडा नुकसान हुआ है जिसके लिए सरकार की ओर से पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहीं आपदा से प्रभावितों को सहायता देने के प्रयास गतिमान है। होम स्टे के अध्यक्ष देवी गोदियाल ने कहा कि आपदा से नुकसान रोकने के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है, स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक ही बाहरी व्यक्ति को पूरा पहाड़ दे दिया गया ऐसे में यहा का बेरोजगार कहां जायेगा। वहीं होम स्टे रिसोर्ट के रूप में खुल रहे है जबकि यह योजना स्थानीय लोगों के लिए बनायी गयी थी। कार्यक्रम को एसडीएम राहुल आनंद व होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने भी संबोधित किया व कहा कि अगर पर्यटन रहेगा तो हम रहेगें वरना कुछ नहीं बचेगा। इस मौके पर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने मसूरी के पुराने चित्र अतिथियों को भेंट किए। इस मौके पर गढवाल मंडल के प्रबंधक आरपी ढौडियाल, होटल एसोसिएशन के सचिव अजय भार्गव, भरोसी रावत, शोभा रावत, रमा शर्मा, शैलेंद्र कर्णवाल, आदि मौजूद रहे।
