मसूरी:- उत्तरकाशी के धराली में आयी प्राकृतिक आपदा में मसूरी स्थित जार्ज एवरेस्ट हिमालय दर्शन एअर सफारी रजस एयरो स्पोर्टस एंड एडवेंचरर्स अपने हेलीकाप्टर भेज कर राहत व आपदा बचाव में अपना सहयोग दे रही है व अभी तक 150 से अधिक तीर्थयात्रियों, स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है व यह क्रम जारी है। जॉर्ज एवरेस्ट द हिमालय दर्शन एयर सफारी दुर्गम भूभाग, उंचाई व प्रतिकूल मौसम के बावजूद उत्तरकाशी में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
राज्य सरकार और प्रशासन के नेतृत्व में चल रहे इस समन्वित अभियान में, एयर सफारी के हेलीकॉप्टरों को तत्काल निर्देश पर तैनात किया गया ताकि बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों से फंसे हुए तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके। दुर्गम भू-भाग, ऊँचाई और लगातार प्रतिकूल मौसम के बीच, हिमालय दर्शन के पायलटों और ग्राउंड क्रू ने असाधारण साहस, सटीकता और पेशेवर क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इस आपदा में अपना योगदान दे रहे हैं। एअर सफारी ने न केवल इस बार बल्कि पिछले वर्षों में भी कई बार आपदा के समय आगे आकर बचाव अभियानों में सक्रिय भागीदारी की है। जिसमें चाहे वह कठिन पर्वतीय इलाकों में राहत पहुँचाना हो, अचानक आई प्राकृतिक आपदा में फंसे लोगों को बचाना हो या आपातकालीन परिस्थितियों में प्रशासन को त्वरित हवाई सहयोग देना हो। इस बार भी उसी परंपरा और प्रतिबद्धता को निभाते हुए, एयर सफारी सबसे पहले आगे आया और अपने हर संसाधन और मनोबल को सेवा में झोंक दिया। एअर सफारी के संस्थापक व सीईओ श्री मनीष सैनी ने कहा कि यह केवल हेलीकॉप्टर उड़ाने का कार्य नहीं था बल्कि दिल से दी गई प्रतिक्रिया है। इस संकट की घड़ी में हम स्वयं को मात्र एक पर्यटन कंपनी नहीं, बल्कि इस भूमि के बेटे और जिम्मेदार नागरिक मानते हैं। राज्य सरकार और प्रशासन के नेतृत्व में हमारी टीम पायलट से लेकर ग्राउंड क्रू तक पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। हमने अपनी हर प्राथमिकता पीछे छोड़ दी ताकि कोई ज़िंदगी पीछे न छूटे। जब ज़मीन पर ज़रूरत है, तब आसमान भी हमें रोक नहीं सकता। जार्ज एवरेस्ट एअर सफारी के सहायक प्रबंधक ने कहा कि एयर सफारी राज्य प्रशासन, आपदा प्रबंधन एजेंसियों और बचाव बलों को हरसंभव सहयोग देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारा संपूर्ण बेड़ा तैयार है, और कई चालक दल सदस्य जो व्यक्तिगत अवकाश पर थे स्वेच्छा से सेवा में लौट आए हैं। हम मातली हेलीपैड से लगातार संचालन कर रहे हैं, बचाव दलों के साथ तालमेल बनाकर और सरकारी निर्देशों के अनुसार तत्काल तैनाती सुनिश्चित कर रहे हैं। अब तक एयर सफारी के हेलीकॉप्टरों ने लगभग 150 तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला है। रजस टीम लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और राज्य सरकार, प्रशासन एवं बचाव एजेंसियों के साथ सक्रिय समन्वय में कार्य कर रही है। यह अभियान केवल राहत कार्य नहीं, बल्कि सरकार और निजी क्षेत्र के बीच तालमेल, मानवीय संवेदना और उस सेवा भावना का प्रतीक है जो व्यापार से कहीं आगे जाती है और एयर सफारी बार-बार यह साबित करता रहा है कि संकट की घड़ी में वह सबसे पहले आगे आने वालों में है।

