मसूरी:- मसूरी देहरादून मार्ग को यातायात के लिए पुलिस ने सुबह तीन घंटे तक पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया , बताया गया कि मार्ग मुख्यमंत्री का घेराव करने आ रहे यमुनोत्री के विधायक व उनके समर्थकों को रोकने के लिए किया गया। इस दौरान यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल की पुलिस से झड़प भी हुई।
पुलिस ने अचानक सुबह आठ बजे के बाद अचानक चूनाखाला व कोठालगेट पर बैरिकेटिंग लगाकर वाहनों को रोक दिया व प्रचारित किया कि रोड से मलवा हटाया जा रहा है जिस कारण यातायात बंद किया गया है, जिस कारण रोड के दोनों ओर कई किमी वाहनों की लंबी लाइन लग गयी व लोगोको तीन घंटे तक परेशान होना पड़ा। जिस पर जनता भड़क गयी व इसी बीच यमुनोत्री के विधायक समर्थकों सहित पहुंचे व पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हो गयी। उन्होंने पुलिस के बेरिकेंटिंग हटा दिए व पैदल ही आगे को चलने लगे, पुलिस का कहना था कि जेसीबी खराब हो रखी है, जिस कारण यातायात रोका गया है लेकिन हकीकत में प्रदर्शन कारियों को रोकने के लिए पुलिस ने जेसीबी खड़ी करवायी थी ताकि प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास न पहुंच सके। मौके पर मौजूद यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने कहा कि उन्हें चिन्याली सौड़ से लेकर रास्ते भर कई जगह रोकने का प्रयास किया गया। उन्हेंने कहा कि उनकी विधानसभा की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री आवास को घेरने की पांच दिन पहले ही घोषणा की गयी थी, जिस पर प्रशासन व पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया है ।उन्होंने कहाकि प्रदेश में सरकार लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है जिसे बहाल करने के लिए आंदोलन किया जायेगा। मार्ग अवरू़द्ध होने के कारण 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया वहीं मसूरी आ रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और घंटो जाम में फंसा रहना पड़ा बताया जा रहा है कि मार्ग में एक जेसीबी मशीन खराब हो गई है जिससे मसूरी में कार्यरत कर्मचारियों के साथ ही निजी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी। सुबह 8 बजे मार्ग को बंद कर दिया गया जिसे 11 बजे यातायात के लिए खोला गया। इस दौरान चूनाखाना में मसूरी पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगाई गई थी जिससे वहां पर भी सैकड़ो वाहन फंस गए। देहरादून से मसूरी डाक लेकर जा रहे सुरेंद्र यादव ने कहा कि लगभग 1 घंटे से यहां पर फंसे हैं और अभी भी बताया जा रहा है कि मार्ग खुलने में 1 घंटे का समय लगेगा देहरादून से उत्तरकाशी जा रहे राकेश बिष्ट ने कहा कि वह दवाइयां लेकर उत्तरकाशी जा रहे हैं लेकिन यहां पर उन्हें रोक दिया गया है वीआईपी लोगों को छोड़ा जा रहा है और आम लोगों को रोका जा रहा है।
