पर्वतीय, मैदानी एकता समिति शहीद राज्य आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित करेगी।

मसूरी:- पर्वतीय-मैदानी एकता समिति राज्य स्थापना दिवस के मौके पर उत्तराखंड के शहीद राज्य आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित करेगी। जानकारी देते हुए समिति की प्रदेश महासचिव ट्री वुमन लक्ष्मी अग्रवाल ने मसूरी में पत्रकार वार्ता में कहा कि समिति एक नवंबर से लेकर 8 नवंबर तक शहीद सेवा पखवाड़ा मनायेगी।  इस दौरान प्रदेश में शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा साथ ही 9 नवंबर को देहरादून में शहीद सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। पर्वतीय -मैदानी एकता समिति की महासचिव लक्ष्मी अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि समिति के प्रदेश अध्यक्ष पीके अग्रवाल के निर्देश पर पूरे राज्य में शहीदों के परिजनों को समिति सम्मानित करने का कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है, शहीदों के बलिदान से ही अलग राज्य मिला है लेकिन कुछ लोग राज्य की एकता को तोड़ने की साजिश कर रहे है, कुछ लोग पर्वतीय -मैदानी लोगों के बीच खाई पैदा करने का काम कर रहे है, ऐसे लोगों से सभी लोगों को दूर रहना होगा, उन्होंने कहाकि पड़ोसी देश श्रीलंका, नेपाल और हमारे देश के मणिपुर में जो आंदोलन हुए वो लोग कोई बाहर से नही आए वो सभी लोग स्थानीय लोग थे। कुछ लोग उत्तराखंड में पर्वतीय -मैदानी में बांटने का काम कर रहे है, लोगों के बीच खाई पैदा करने का का्र्य कर रहे है। इस खाई को खत्म करने के लिए मंच की स्थापना की गई है। उन्होंने कहाकि मंच का उद्देश्य आपसी भाईचारा, आपसी प्रेम, सौहार्द बना रहे, प्रदेश में सुख शांति बनी रहे, पर्वतीय, मैदानी के मामले में नही पड़कर सभी लोग प्रदेश के विकास के लिए मिलकर काम करें। मंच ने एक लाख से अधिक पेड़ों को लगाया है , राज्य स्थापना दिवस पर मसूरी शहीद सम्मान सेवा पखवाड़े की शुरुआत की जा रही है, पूरे सप्ताह में जहां भी शहीद आंदोलनकरियों के परिवार है उनको मंच सम्मानित करेगी, उन्होंने कहाकि अलग राज्य के लिए शहीदों ने अपना बलिदान दिया है, युवा पीढ़ी को शहीदों के बलिदान और संघर्षों को हमेशा याद रखना चाहिए। इस अवसर पर पर्वतीय-मैदानी एकता समिति प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता तिवारी, कोषाध्यक्ष मोहित रतूड़ी सहित अन्य लोग सदस्य मौजूद रहे।