मसूरी:- मसूरी के 22 वर्षीय युवक शुभ विश्नोई को छोटी उम्र में पर्यावरण संरक्षक के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए विश्व संस्कृति एवं पर्यावरण सरंक्षण आयोग ने डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। उनकी इस उपलब्धि से मसूरी में खुशी की लहर है।
कुलडी मालरोड पर एक रेस्टोरेंट में मसूरी ट्रेडर्स एड वेलफेयर एसोसिएशन ने शुभ विश्नोई को डाक्टरेट की मानद उपाधि मिलने पर शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि मसूरी के युवक शुभ विश्नोई ने वर्ल्ड कल्चर एंड इनवायरमेंट प्रोटेक्शन कमीशन ने उनके पर्यावरण में योगदान के लिए डाक्टरेट की उपाधि से नवाजा है। उन्हें यह सम्मान दिल्ली के एक बडे सभागार में बतौर मुख्य अतिथि बिदुं दारा सिंह के हाथों मानद उपाधि प्रदान कर दी गई। उन्होंने कहा कि वे मसूरी ही नहीं देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके है। उन्होंने कहा कि शुभ विश्नोई ने रोबुस्ट संस्था की स्थापना कर उसके माध्यम से पर्यावरण के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य किया है। इस मौके पर शुभ विश्नोई ने कहा कि वर्ल्ड कल्चर एंड एनवायरमेंट पा्रेटेक्शन कमीशन के द्वारा मानद उपाधि की गई, जो उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण व समाज सेवा में किए गये कार्य के लिए दी गई। उन्होंने कहा कि 13 साल की उम्र से रोबुस्ट संस्था बनाकर पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रहा हूं वहीं इसके साथ ही समाज के विभिन्न क्षेंत्रों में कार्य किया जिसे कंशीडर किया गया व उन्हें डाक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। उन्होंने कहाकि यह अवार्ड नहीं बल्कि जिम्मेदारी बढ गयी है व युवाओं के लिए रोल मॉडल बनने की जिम्मदारी भी बढ गयी है। उन्होंने कहा कि अगर देश के लिए कुछ कार्य नही किया तो समझो कुछ नही किया। उन्होंने कहाकि उन्होंने मसूरी में पर्यावरण के क्षेत्र में नगर पालिका, वन विभाग, स्कूलों आदि में कार्य किए वहीं समाज सेवा के कार्य किए जिन्हें लगातार आगे बढाया जायेगा ताकि जो लक्ष्य रखा गया है उसे हासिल कर सकूं। उन्होने बताया कि यह सम्मान उन्हें दिल्ली स्थित शाह आडिटोरियम में दिया गया।
