टीजीएमओ की निष्क्रियता के कारण मसूरी से गढवााल क्षेत्र जाने के लिए नहीं चलती बसे।
मसूरी:-उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद यहां के लोगों को लगा था कि अब अपना राज्य बन गया तो जनता को बुनियादी सुविधायें मिलेंगी लेकिन ऐसा हो न सका । हालात यह है कि लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए परिवहन निगम की सुविधायें तक नहीं है जिस कारण लोगों को प्राइवेट वाहनों से आने जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
सामाजिक कार्यकर्ता व शहर कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष भगवती प्रसाद कुकरेती ने कहा कि मसूरी से अगर किसी ग्रामीण को टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, घनसाली, आदि स्थानों पर जाना हो तो एक भी बस नहीं चलती। जिस कारण लोगों को सवारी जीपों के माध्यम से टुकड़ो में गतव्य तक पहुंचना पड़ता है जिसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि मसूरी के सिविल अस्पताल के निकट न्यू टिहरी बस स्टैण्ड बनाया गया था जहां से रोडवेज की बसे चलनी थी लेकिन वह कुछ दिन चली व बंद हो गयी वह भी देहराूदन के लिए चली थी परंतु पहाड़ों के लिए कोई बस सेवा नहीं है, जबकि टीजीएमओ को नगर पालिका ने इस शर्त पर बस स्टैण्ड दिया था कि यहां से टिहरी क्षेत्र में लिए नियमित बसें चलेगी जो कुछ समय चली व बाद में बंद हो गई। अब अगर मसूरी से किसी को टिहरी, पौड़ी, घनशाली या श्रीनगर जाना हो तो उन्हें प्रातः देहरादून या ऋषिकेश जाना पडता है जिसके कारण लोगों को समय के साथ धन की बर्बादी होती है व दूरस्थ क्षेत्र में जाने वालों को आगे के लिए वाहन नहीं मिल पाते जबकि मसूरी में गढवाल के हर क्षेत्र का आदमी रहता है व आना जाना लगातार रहता है। सरकार से मांग है कि अगर टीजीएमओ बसे संचालित नहीं कर सकती तो उनसे बस स्टैण्ड वापस लेकर रोडवेज की बसें चलायी जाय या सरकार अन्य प्राइवेट बसों को बस स्टैण्ड दे जिससे बसे नियमित संचालित हो सकें।

