मसूरी:- किसी भी घटना दुर्घटना में तत्काल एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने वाली 108 अब जीवन दायिनी की जगह जीवन लेने वाली बन गई है। इन दिेनों मसूरी की जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है, जब किसी को जरूरत होती है तो 108 की सेवा नहीं मिल पाती।
जनता की सेवा के लिए प्रदेश ही नहीं पूरे देश में 108 सेवा चलाई जा रही है ताकि किसी भी तरह की घटना दुर्घटना के समय यह सेवा उपलब्ध हो सके व इसका लाभ जनता को मिल सके। लेकिन अब शायद यह सेवा उतनी उपयोगी साबित नहीं हो पा रही है जितनी पहले होती थी। इसकी लगातार शिकायतें मिलती रहती है कि 108 पर फोन करो लेकिन इंतजार करने के बाद कह दिया जाता है कि 108 वाहन का नंबर नहीं मिल पा रहा है ऐसे में यह लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का कार्य कर रही है। अगर किसी को तत्काल इसकी जरूरत हो और वह इसके भरोसे बैठा रहे तो किसी की जान भी जा सकती है। विगत दिवस ऐसी ही एक घटना लंढौर क्षेत्र में घटी जब एक परिवार की सदस्य के पैर फिसलने से गहरी चोट लग गयी तो परिजनों ने 108 पर फोन किया व आपरेटर ने पहले पूरा नाम पता पूछा स्थान पूछा व उसके बाद कहा कि लाइन पर रहिए आपको अभी सेवा उपलब्ध हो जायेगी लेकिन काफी देर तक फोन पर बने रहने के बाद आपरेटर ने कहा कि 108 वाहन का नंबर नहीं मिल पा रहा है। इसके बाद परिजनों ने संत निरंकारी मिशन की एंबुलेंस को फोन किया व वह तत्काल मौके पर पहुंची व रोगी को अस्पताल पहुचाया। अगर कोई बड़ी घटना होती व 108 का ंइंतजार किया जाता तो किसी की जान भी जा सकती थी। इतनी बड़ी लापरवाही की जिम्मेदारी का दोष किसे दिया जाय। इस संबंध में भाजपा मसूरी मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि 108 जनता की सेवा में तत्पर रहनी चाहिए, कभी भी किसी को भी इसकी जरूरत पड़ सकती है लेकिन अगर ऐसा हो रहा है तो इसकी शिकायत शासन सहित मसूरी के विधायक व प्रदेश के मंत्री गणेश जोशी को की जायेगी। 108 सेवा को किसी की जान से खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा, अगर कभी कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार 108 सेवा को माना जाना चाहिए।
जनता की सेवा के लिए प्रदेश ही नहीं पूरे देश में 108 सेवा चलाई जा रही है ताकि किसी भी तरह की घटना दुर्घटना के समय यह सेवा उपलब्ध हो सके व इसका लाभ जनता को मिल सके। लेकिन अब शायद यह सेवा उतनी उपयोगी साबित नहीं हो पा रही है जितनी पहले होती थी। इसकी लगातार शिकायतें मिलती रहती है कि 108 पर फोन करो लेकिन इंतजार करने के बाद कह दिया जाता है कि 108 वाहन का नंबर नहीं मिल पा रहा है ऐसे में यह लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का कार्य कर रही है। अगर किसी को तत्काल इसकी जरूरत हो और वह इसके भरोसे बैठा रहे तो किसी की जान भी जा सकती है। विगत दिवस ऐसी ही एक घटना लंढौर क्षेत्र में घटी जब एक परिवार की सदस्य के पैर फिसलने से गहरी चोट लग गयी तो परिजनों ने 108 पर फोन किया व आपरेटर ने पहले पूरा नाम पता पूछा स्थान पूछा व उसके बाद कहा कि लाइन पर रहिए आपको अभी सेवा उपलब्ध हो जायेगी लेकिन काफी देर तक फोन पर बने रहने के बाद आपरेटर ने कहा कि 108 वाहन का नंबर नहीं मिल पा रहा है। इसके बाद परिजनों ने संत निरंकारी मिशन की एंबुलेंस को फोन किया व वह तत्काल मौके पर पहुंची व रोगी को अस्पताल पहुचाया। अगर कोई बड़ी घटना होती व 108 का ंइंतजार किया जाता तो किसी की जान भी जा सकती थी। इतनी बड़ी लापरवाही की जिम्मेदारी का दोष किसे दिया जाय। इस संबंध में भाजपा मसूरी मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि 108 जनता की सेवा में तत्पर रहनी चाहिए, कभी भी किसी को भी इसकी जरूरत पड़ सकती है लेकिन अगर ऐसा हो रहा है तो इसकी शिकायत शासन सहित मसूरी के विधायक व प्रदेश के मंत्री गणेश जोशी को की जायेगी। 108 सेवा को किसी की जान से खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा, अगर कभी कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार 108 सेवा को माना जाना चाहिए।