स्कूली बच्चों को संघर्षो से जीत की कहानी पर आधारित फिल्म फूली दिखाई।

मसूरी:- गरीबी से जूझ रहे बच्चों में जीवन के संघर्ष से निकल कर आत्मविश्वास भर लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित करने के लिए फिल्म फूली दिखाई गई। ताकि बच्चे फिल्म से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को संघर्ष का सामना करते हुए सफल बना सकें। मसूरी के रिटज सिनेमा में फिल्म का प्रीमियर शोे स्कूली बच्चों को दिखाया गया।
फिल्म शुरू होने से पूर्व फिल्म के अभिनेता निर्देशक अविनाष ध्यानी व रिया बलूनी को व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल व आस संस्था की स्मृति हरि ने शाल व बुके भेंट कर स्वागत किया। यह फिल्म पहाड़ के एक गावं की लड़की के हौसलों की कहानी है जो गरीबी व जीवन के संघर्ष से लड़कर अपना लक्ष्य हासिल करती है। इस फिल्म को उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में फिल्माया गया है। हिंदी फिल्म फूली में स्थानीय कलाकारों द्वारा अभिनय किया गया है और उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों पर आधारित इस फिल्म को आज स्कूली बच्चों को दिखाया गया ताकि वे इससे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सके फिल्म सत्य घटनाओं पर आधारित है और किस प्रकार से स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा अपने सपनों को सरकार करती है और उच्च पद पर पहुंचती है। फिल्म के मुख्य कलाकार अविनाश ध्यानी ने बताया कि यह फिल्म बच्चों को प्रेरित करेगी और इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली फूली किस प्रकार से कठिनाइयों से गुजरते हुए अपने मुकाम पर पहुंचती है साथ ही बच्चों को पढ़ाई के लिए भी प्रेरित करती हैै। इस अवसर पर फिल्म की नायिका रिया बलूनी ने बताया कि यह फिल्म बच्चों को बहुत पसंद आएगी क्योंकि इसमें पहाड़ की बेटियों की पढ़ाई में आने वाली बधाओ को दर्शाया गया है। फिल्म की को प्रोड्यूसर स्मृति हरि ने कहा कि यह फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और अपने सपनों को एक स्कूली छात्र किस प्रकार से पूरा करती है इसमें इसका पूरा वर्णन किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को इस फिल्म को दिखाने का मकसद यही है कि ये बच्चे भी संघर्ष व समस्याओं से भागे नहीं बल्कि लड़ कर आगे बढे। इस मौके पर व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि ऐसी फिल्में उन बच्चों को प्रेरणा देती है जो अपना जीवन संघर्षों से जूझ रहे है व उन्हें आगे बढने का रास्ता नहीं दिख रहा है। इस अवसर पर मनीष कुमार सहित, जगजीत कुकरेजा, जोगेंदर  कुकरेजा, राजेश शर्मा, शिव अरोड़ा, निमेष डंगवाल, प्रधानाचार्या डा. नम्रता श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।