गोल्फ कार्ट को लेकर पालिकाध्यक्ष के साथ मजदूर संघ ने बैठक की।

मसूरी:- पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने मजदूर संघ के प्रतिनिधियों के साथ गोल्फ कार्ट संचालन को लेकर वार्ता की, जो सकारात्मक रही। जिसमें मजदूर संघ प्रतिनिधियों को भरोसा दिया गया कि गोल्फ कार्ट संचालन को लेकर शीघ्र ही निर्णय लिया जायेगा, उन्होंने भरोसा दिलाया कि गोल्फ कार्ट मजदूर संघ ही चलायेगा, इसमें कोई ठेकेदार नहीं होगा।
नगर पालिका अध्यक्ष कार्यालय में हुई बैठक की जानकारी देते हुए पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने अवगत कराया कि मजदूर संघ के प्रतिनिधियों के साथ गोल्फ कार्ट संचालन को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिसमें अच्छी वार्तालाप रहा। उन्होंने कहाकि उनके दो तीन मुददे थे जिसमें वन टाइम सेटलमेंट, विधवा महिलाओं की आजीविका का प्रावधान हो। उन्होंने कहा कि वन टाइम सेटलमेंट में कितने लोग है इसकी अभी पूरी तस्वीर साफ नहीं है, संख्या का भी पता नहीं है, जिसकी पालिका जांच करेंगी। उन्होंने कहा कि इसमें सरकार की ओर से सेटलमेंट होना है, वहीं करीब चालीस से पचास लोग है जिनका सेटलमेंट होना है वही 12 विधवा है जिनकी आजीविका के लिए नगर पालिका से प्रयास किए जायेगे, वहीं गोल्फ कार्ट का संचालन मजदूर संघ करेगा इस पर भी सहमति बनी है।  इस संबंघ में पुनः बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें मजदूर संघ व पालिका के बीच सेटलमेंट तय होगा जिसमें पालिका अपने स्तर पर देखेंगी अगर धनराशि देने का मामला पालिका स्तर से बाहर का होगा तो शासन को भेजा जायेगा वहीं मंत्री गणेश जोशी के साथ भी मजदूर संघ प्रतिनिधियों की वार्ता करवाई जायेगी जिससे इस मामले का निस्तारण शहर हित में हो सके व मजदूरोें को भी लाभ मिल सके। इस संबंध में मजदूर संघ के अध्यक्ष रणजीत चौहान ने कहाकि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने गोल्फ कार्ट संचालन के संबंध में वार्ता के लिए बुलाया व वार्ता की वहीं पालिका ने जो 14 गोल्फ कार्ट खरीदी है उसे मजदूर संघ संचालन करने को तैयार है लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि गोल्फ कार्ट का इंश्योरेंस नहीं है, ऐसे में कभी कोई दुर्घटना होगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इसके लिए जवाब देह किसी अधिकारी को दी जाय ताकि उनके अधीन हम चलायेंगे व दो लाख देने को भी तैयार है लेकिन इसकी पूरी राशि भी बतायी जाय ताकि पांच हजार रूपया प्रतिमाह जमा करेंगे लेकिन जब तक इश्योरेंस से यह कवर नहीं होती तब तक गोल्फ कार्ट चलाने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि 121 रिक्शा चालक है जिनके लाइसेंस पालिका देती है जिसमें 12 विधवा महिलाएं है जिसमें छह महिलाए यहां रहती है तब तक इन महिलाओं को वेंडर जोन बनने से पूर्व पटरी पर बिठाया जाय व जो छह अन्य है उन्हें मुआवजा दिया जाय। करीब साठ श्रमिक ऐसे है जो उचित मुआवजा मिलने पर गांव जाने को तैयार हैं। इसके लिए मंत्री गणेश जोशी के साथ मीटिंग की जायेगी कि प्रदेश सरकार के माध्यम से कितनी राशि मुआवजे के रूप में दी जा सकती है। इस मौके पर मजदूर संघ की ओर से हरदेव पंवार, वीरेंद्र डुंगरियाल, अतर सिंह पंवार, विजय सिंगवान, धनीलाल शाह, संत लाल, सीता देवी आदि मौजूद रहे।