शहीद स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्मान समारोह आयोजित किया।

मसूरी:- उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति की ओर से शहीद स्थल पर राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ,वहीं स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा, पत्रकारिता, योगा, गरीब मजदूर, किसानों के लिए कार्य करने ,पर्यटन ,तीर्थाटन, संस्कृति उत्तराखण्ड आंदोलनकारी, समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।
शहीद स्थल में विभिन्न सांस्कृतिक दलों व विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुति दी ,वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के हाथों विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर उन्होंने राज्य निर्माण में शहादत देने वाले आंदोलनकारियों को नमन किया व कहाकि उनकी बदौलत आज  हम उत्तराखंड में आजादी की सांस ले रहे हैं।पर्वतीय क्षेत्र की दुश्वारियों को देखकर अलग राज्य के लिए आंदोलन किया। यह  एक ओर खुशी का अवसर है लेकिन यह भी सोचने व चिंतन का भी समय है कि कि इन पच्चीस सालों में क्या पाया व क्या खोया है। जब राज्य बना तो बड़ी उम्मीदें थी जल, ,जंगल, जमीन का हक मिलेगा, बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, पलायन रूकेगा, खेत खलिहान हमारे होंगे लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को 25 सालों में नहीं मिला। केवल प. नारायण दत्त तिवाड़ी ने ही राज्य के विकास के लिए कार्य किया, 22सौ से अधिक कंपनियों का निवेश करवाया, साढे सात लाख लोगों को रोजगार मिला, आईटी पार्क बनाया, केदारनाथ की त्रादशी कांग्रेस के कार्यकाल में हुई व तत्काल कार्य पूरा किया गया ,लेकिन अब धराली में आपदा आयी आज तक पता नहीं कितने मरे, कितना नुकसान हुआ। इस सरकार के कार्यकाल में राज्य को मिला तो बालात्कार, पेपरलीक लेकिन शहीदों के सपने पूरे नहीं हुए। हरीश रावत की सरकार ने पलायन रोकने का प्रयास किया। 25 साल बाद भी पहाड मैदान की लड़ाई चल रही है, आपदाओं से बचने का कोई प्रयास नहीं किया गया, बेटियों की सुरक्षा की बात नहीं होती, हर रोज तीन बच्चे गायब हो रहे हैं, उन्होंने कहा कि इन पच्चीस सालों में भ्रष्टाचार बढा है।

 

 

इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली ने राज्य वासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी व कहा कि यह समय है कि कांग्रेस के दस व भाजपा के 15 सालों की तुलना की जाय तो पता चल जायेगा कि किसने क्या किया। लेकिन आश्चर्य की बात है कि इस बार संस्कृति विभाग से भी कोई सांस्कृतिक दल नहीं भेजा, जिसका यहां पर विरोध किया गया। इस मौके पर सुमेंद्र बोहरा ने भी रजत जयंती की बधाई दी व यहां पर आयोजिक कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड युवा हो चुका है लेकिन आज कुछ भी नजर नहीं आ रहा है, सपने चूर हो गये केवल मैदानी क्षेत्रों का विकास हुआ पहाड़ की पीड़ा को कोई नहीं समझा, उसके बावजूद उत्तराखंड से कई प्रतिभाएं आगे निकल रही हैं, सरकार द्वारा शहीद स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए था। कार्यक्रम का संचालन शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने किया इस मौके पर सोनिया आंनद रावत, उपेंद्र थापली, मेघ सिंह कंडारी, महेश चंद, जगपाल गुसाई, गोविंद पुंडीर, प्रदीप भंडारी, गौरव अग्रवाल, भगवान सिंह धनाई, रमेश राव, सभासद विशाल खरोल, रूचिता गुप्ता, गौरव गुप्ता, पवन थलवाल, संजय टम्टा, नरेंद्र पडियार, प्रताप पंवार, दर्शन रावत, पुष्पा पडियार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
उत्तराखंड राज्य निर्माण के तहत मसूरी गोली कांड के शहीद स्थल राज्य स्थापना रजत जंयती पर सरकार की ओर से कोई भी कार्यक्रम न करवाने यहां तक कि शहीदों की याद में एक दीपक तक न जलाये जाने के विरोध में उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति के संस्थापक अध्यक्ष कमल भंडारी ने बाल कटवाकर उपवास रखा। जिस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने उनकी बात सरकार तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद जूस पिला कर उनका उपवास तुड़वाया। जहां भाजपा मसूरी मंडल ने भी शहीद स्थल जाकर शहीदों को नमन करने की जहमत नहीं उठाई वहीं क्षेत्रीय दल उक्रांद ने भी शहीद स्थल से दूरी बनाए रखी।