मालरोड पर नहीं लगेगी पटरी, स्थान चयनित, चिन्हीकरण का कार्य पूरा, शीघ्र होगा विस्थापन।

मसूरी:-नगर क्षेत्र में जरूरतमंदों को वेंडर जोन बनाकर विस्थापित करने को लेकर नगर पालिका सभागार में एसडीएम राहुल आंनद की अध्यक्षता में टीवीसी की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कीमत पर मालरोड पर पटरी नहीं लगाने दी जायेगी, जिसके लिए स्थान चिन्हित किए गये है वहीं पर पटरी लगाये जायेगी। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक 103 पटरी वालों को चिन्हित किया गया है।
नगर पालिका सभागार में वेंडर जोन को लेकर बैठक में एसडीएम ने सभी को विस्तार से अवगत कराया कि कहां कहां वेडिग जोन बनाये जायेंगे वहीं सुझाव भी मांगे की अगर उनके नजर में कोई और स्थान भी है तो अवगतर कराया जाय। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान चयनित किए गये है जहां उनका व्यवसाय भी प्रभावित न हो और मालरोड की सुदंरता भी बरकरार रहे। वहीं उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मालरोड पर किसी को भी पटरी नहीं लगाने दी जायेगी व जो वास्तविक जरूरतमंद होगा जिनका चिन्हीकरण किया गया है उन्हीं को वेंडर जोन में स्थान दिया जायेगा। बैठक की जानकारी देते हुए एसडीएम राहुल आनंद ने कहा कि पिछली बैठक में तय हो गया था कि मालरोड पर किसी भी प्रकार की पटरी नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि वेंडिग जोन का सर्वे पूरा हो चुका है कि इसमें कौन पात्र है जो पात्र नहीं है उन्हें कोई मौका नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मालरोड को छोड़ शहर के विभिन्न क्षेत्रां में लंढौर मार्ग, कंपनी बाग, मसूरी झील सहित अन्य स्थान है। उन्होंने कहा कि जो सर्वे किया गया उसकी लिस्ट जारी कर दी गयी है, अगर इसमें कोई आपत्ति होगी तो उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है उसके बाद उस पर कोई सुनवाई नहीं होगी। इसके बाद एक और टीवीएस की बैठक होगी उसके बाद विस्थापन का कार्य शुरू किया जायेगा। अभी तक 103 लोगों को पात्र पाया गया है। अभी मसूरी के विभिन्न क्षेत्रांं मे ंविस्थापन के लिए 72 स्थान चिन्हित किए गये है। मालरोड पूरी तरह नो वैंडिग जोन रहेगा ताकि पर्यटकक आराम से घूम सके वाहनों का जाम न लगे। इस मौके पर पटरी व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अपनी समस्याओं को भी रखा व सुझाव भी दिए। इस मौके पर अधिशासी अधिकारी तनमीत सिंह मारवाह, कोतवाल देवेंद्र चौहान, होटल एसोसिएशन के महासचिव अजय भार्गव, व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, महामंत्री जगजीत कुकरेजा, सहित बड़ी संख्या में पटरी व्यवसायी मौजूद रहे।